जयपुर के शांति नगर क्षेत्र की घटना से श्रद्धालुओं में भय और आक्रोश
जयपुर। सोमवार की आधी रात को शांति नगर क्षेत्र स्थित एक जैन मंदिर में हुई हिंसक घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। छह नशे में धुत युवकों ने मंदिर परिसर में घुसकर साधना में लीन तीन जैन मुनियों के साथ बर्बरता से मारपीट की। इस हमले में एक मुनि गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जबकि दो अन्य को भी चोटें आई हैं। घटना ने जैन समाज समेत पूरे शहर में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।
घटना का विवरण
यह घटना सोमवार रात लगभग 12:30 बजे की है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सभी मुनि मंदिर परिसर में ध्यान और साधना में लीन थे, तभी छह युवक मंदिर की दीवार फांदकर अंदर घुसे। पहले उन्होंने मंदिर की कुछ संपत्ति को नुकसान पहुँचाया, फिर मुनियों के साथ गाली-गलौच करते हुए मारपीट शुरू कर दी। हमलावर नशे की हालत में थे और अत्यंत आक्रामक व्यवहार कर रहे थे। मंदिर के भीतर मौजूद श्रद्धालुओं में भी भय का माहौल फैल गया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँची और घायल मुनियों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों के अनुसार, एक मुनि की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है। पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से दो आरोपियों को पहचान कर गिरफ्तार कर लिया है। शेष चार हमलावरों की तलाश जारी है।
पुलिस अधीक्षक का बयान
पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया, “यह एक अत्यंत गंभीर घटना है। हम हमलावरों की पहचान कर चुके हैं और दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी। पूरे मामले की उच्चस्तरीय जाँच चल रही है। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”
जैन समाज का विरोध
इस हमले के बाद जैन समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है। मंगलवार को समाज के प्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो समाज शांति पूर्ण धरना-प्रदर्शन करेगा।
जैन समाज के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा, “हमारे मुनियों पर हमला निंदनीय और अति दुःखद है। यह सिर्फ जैन समाज ही नहीं, बल्कि पूरे समाज की आस्था पर हमला है। प्रशासन को ऐसे अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।”
श्रद्धालुओं में भय
घटना के बाद मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कमी देखी जा रही है। लोग डरे हुए हैं और मंदिर प्रशासन ने भी सुरक्षा के लिए पुलिस से अतिरिक्त बल तैनात करने की माँग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रात्रि गश्त को मजबूत किया जाए ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
कानूनी प्रावधान
इस प्रकार के हमले भारतीय दंड संहिता की निम्न धाराओं के अंतर्गत अपराध माने जाते हैं:
- धारा 295 (ए): धर्म के अपमान हेतु किया गया जानबूझकर किया गया कार्य – 3 साल तक की सजा या जुर्माना या दोनों।
- धारा 323: स्वेच्छा से किसी को चोट पहुँचाना – एक साल तक की सजा या जुर्माना।
- धारा 452: घर में घुसपैठ कर मारपीट करना – 7 साल तक की सजा।
- धारा 506: आपराधिक धमकी देना – 2 साल तक की सजा।
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