नई-दिल्ली। कर्नाटक के हुबली शहर में रविवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। एक 5 वर्षीय मासूम बच्ची को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की गई और विरोध करने पर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को पुलिस ने कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया, लेकिन जब उसे दस्तावेजों की जांच के लिए उसके घर ले जाया जा रहा था, तो उसने भागने की कोशिश की। पुलिस एनकाउंटर में आरोपी को गोली लगी और अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।
दिनदहाड़े मासूम को अगवा किया
घटना हुबली के एक मोहल्ले की है। पुलिस के अनुसार, आरोपी रितेश (35) नामक व्यक्ति, जो मूल रूप से बिहार का निवासी था, पिछले तीन महीने से हुबली में रह रहा था और कंस्ट्रक्शन साइट और होटलों में मजदूरी करता था। रविवार को वह दिनदहाड़े एक 5 साल की बच्ची को अगवा कर एक सुनसान इलाके में बने शेड में ले गया। वहां उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिश की।
बच्ची के चीखने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके की ओर दौड़े। खुद को फंसा देख आरोपी ने बच्ची का गला घोंट दिया और मौके से भाग गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने कुछ ही घंटों में आरोपी को दबोचा
पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने अपराध स्वीकार किया। इसके बाद पुलिस उसे उसके कमरे पर कुछ दस्तावेज और उसकी पहचान की पुष्टि के लिए लेकर गई थी।
भागने की कोशिश और एनकाउंटर
हुबली पुलिस कमिश्नर शशिकुमार के मुताबिक, जब आरोपी को उसके कमरे पर ले जाया गया तो उसने अचानक पुलिस पर पत्थर से हमला कर भागने की कोशिश की। पुलिस ने पहले हवाई फायर किए, लेकिन वह नहीं रुका। इसके बाद पुलिस ने दो राउंड फायरिंग की, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दौरान एक सब इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
इलाके में गुस्सा, थाने के बाहर प्रदर्शन
घटना के बाद हुबली के लोगों में भारी आक्रोश है। बड़ी संख्या में लोग थाने के बाहर जमा हो गए और आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि बच्चियों के खिलाफ हो रहे अपराधों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
पीड़ित परिवार को मुआवजा और घर
हुबली से कांग्रेस विधायक अब्बय्या प्रसाद ने बताया कि वरिष्ठ नेता सलीम अहमद ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से बात की है। इसके बाद पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई है।
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