भोपाल। राजधानी भोपाल में गुरुवार रात हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में एयर इंडिया की 21 वर्षीय एयर होस्टेस हर्षिता शर्मा की मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब तेज रफ्तार कार कोलार इलाके में स्थित नहर में जा गिरी। कार में हर्षिता अपने दो दोस्तों जय और सुजल के साथ थी। हादसे में हर्षिता को गंभीर चोटें आईं, जबकि उसके दोनों दोस्तों को मामूली चोटें लगीं। हर्षिता को निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां शुक्रवार सुबह डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हादसे का कारण बनी गाय
हर्षिता के दोस्त जय, जो कार चला रहा था, ने बताया कि हादसे के वक्त कार होली क्रॉस स्कूल के पास पुल पर थी। तभी अचानक सड़क पर एक गाय आ गई। गाय को बचाने के प्रयास में कार का संतुलन बिगड़ गया और वह पुल से नीचे कोलार नहर में जा गिरी।
ब्रेन डेड होने के बाद तोड़ा दम
हादसे के तुरंत बाद जय और सुजल ने हर्षिता को बाहर निकाला और पास के निजी अस्पताल ले गए। अस्पताल में भर्ती करने के बाद डॉक्टरों ने बताया कि हर्षिता ब्रेन डेड हो चुकी है। इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह उसकी मौत हो गई।
परिवार को देर से मिली जानकारी
हर्षिता के परिवार को इस घटना की जानकारी देर रात मिली। पिता प्रदीप शर्मा ने बताया कि बुधवार रात हर्षिता ने अपने भाई को व्हाट्सऐप पर संदेश भेजा था कि वह शुक्रवार को भोपाल आने वाली है। परिवार को यह जानकारी नहीं थी कि वह गुरुवार को ही शहर आ चुकी थी और मिनाल रेसीडेंसी के पास एक होटल में ठहरी हुई थी।
परिजनों को हादसे की सूचना तब मिली जब हर्षिता की दोस्त शिवानी का फोन आया। उसने बताया कि हर्षिता अस्पताल में भर्ती है। परिवार के अस्पताल पहुंचने पर उन्हें डॉक्टरों ने बताया कि हर्षिता ब्रेन डेड हो चुकी है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
कोलार थाना पुलिस ने इस हादसे को लेकर कार चला रहे युवक जय के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने (धारा 279) और जान को खतरे में डालने (धारा 337) का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की धाराएं जोड़ी जा सकती हैं।
प्रासंगिक कानूनी धाराएं:
भारतीय दंड संहिता, 1860
दोस्तों ने बताया- हर्षिता ने खुद बुलाया था घूमने
हर्षिता के साथ मौजूद दोस्त सुजल और जय ने बताया कि वे दोनों एमबीए के छात्र हैं और हर्षिता के बुलावे पर ही मिलने पहुंचे थे। तीनों कोलार इलाके में घूमने निकले थे, जहां यह हादसा हुआ।
बचाव के प्रयासों के बावजूद नहीं बच सकी जान
हादसे के बाद जय और सुजल ने हर्षिता को कार से निकालने की भरसक कोशिश की। कार नहर के पानी में आधी डूबी हुई थी, जिससे निकालने में वक्त लगा। अस्पताल पहुंचने तक हर्षिता की हालत बेहद गंभीर हो चुकी थी।
हर्षिता का सपना था उड़ानों की दुनिया में ऊंचाइयों तक पहुंचना
परिजनों ने बताया कि हर्षिता को शुरू से ही विमानन क्षेत्र में काम करने का सपना था। एयर होस्टेस बनने के बाद वह अक्सर देश के अलग-अलग शहरों में ड्यूटी पर रहती थी। भोपाल में परिवार से मिलने वह समय-समय पर आती थी।
हर्षिता के भाई ने बताया कि उसका जन्मदिन भी आने वाला था और उसने वादा किया था कि वह परिवार के साथ मनाने भोपाल आएगी। अब परिवार के लिए उसका जन्मदिन एक स्थायी पीड़ा बन गया है।
मृत्यु के बाद पसरा मातम
हर्षिता की असमय मृत्यु ने परिवार और दोस्तों को गहरा सदमा पहुंचाया है। उनके घर में मातम पसरा हुआ है। मोहल्ले के लोग भी उसकी मासूमियत और मेहनती स्वभाव की तारीफ कर रहे हैं। हर्षिता की अंतिम यात्रा शुक्रवार शाम को निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और आवारा पशुओं की समस्या को उजागर करता है। कोलार क्षेत्र में आवारा जानवरों का सड़क पर घूमना आम बात है, जिससे इस तरह के हादसे लगातार हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन इस दिशा में तत्काल कदम उठाए ताकि ऐसे हादसे दोहराए न जाएं।
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