छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बेड़ी गांव में एक 13 वर्षीय दलित छात्र अंशु अहिरवार ने जातिगत उत्पीड़न से आहत होकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि गांव के किराना दुकानदार राम शुक्ला ने उसे जातिसूचक गालियां दीं और बेरहमी से पीटा, जिससे सदमे में आकर छात्र ने फांसी लगा ली। घटना के बाद परिजन और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की।
शनिवार दोपहर अंशु सामान लेने गांव की किराना दुकान पर गया था, जहां गलती से किसी सामान को छूने पर दुकानदार राम शुक्ला ने उसे गाली दी और दुकान का गेट बंद कर मारपीट की। घर लौटने के बाद अंशु ने अपने छोटे भाइयों को यह बात बताई और फिर अपने कमरे में फांसी लगा ली। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
रविवार को परिजन और भीम आर्मी के सदस्य दोबारा पोस्टमॉर्टम की मांग को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। प्रशासन द्वारा उचित कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद प्रदर्शन शांत हुआ। पुलिस ने आरोपी दुकानदार के खिलाफ SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा। एससी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने मुख्यमंत्री मोहन यादव पर दलितों की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे।
कानूनी प्रावधान: अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 की धारा 3(1)(r) के तहत जातिसूचक गालियां देने और अपमानित करने पर कठोर सजा का प्रावधान है। पुलिस ने इसी अधिनियम के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
Chhatarpur: Hurt by caste-based humiliation and assault, 13-year-old Dalit student commits suicide
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