बैतूल में दर्दनाक हादसा: मां की आंखों के सामने डूबा इकलौता बेटा, शादी समारोह में जा रहे थे छिंदवाड़ा

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भोपाल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक दर्दनाक हादसे में भोपाल निवासी एक युवक की तवा नदी में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब युवक अपनी मां के साथ भांजी की शादी में शामिल होने छिंदवाड़ा जा रहा था। नदी को देखकर नहाने के लिए रुके युवक की जान चली गई, और मां ने अपनी आंखों के सामने अपने इकलौते बेटे को पानी में डूबते देखा लेकिन चाहकर भी कुछ न कर सकी।

भांजी की शादी में जा रहे थे, रास्ते में हुआ हादसा

भोपाल के बैरागढ़ इलाके में रहने वाले संजय इवनाती (उम्र 28 वर्ष) अपनी मां पार्वती बाई के साथ कार से छिंदवाड़ा जा रहे थे। 18 अप्रैल को उनकी भांजी की शादी थी। रास्ते में बैतूल जिले के सारणी थाना क्षेत्र अंतर्गत राजडोह घाट पर स्थित तवा नदी को देखकर संजय ने कार रोकी और नहाने की इच्छा जताई।

थाना प्रभारी जयपाल सिंह के अनुसार, संजय ने मां से कहा कि वह थोड़ी देर में नहाकर लौट आएगा और मां कार में बैठी रही। लेकिन जब एक घंटा गुजर गया और बेटा नहीं लौटा, तब मां ने कार से उतरकर नदी किनारे देखा तो बेटा पानी में छटपटा रहा था। मां ने मदद के लिए शोर मचाया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी, संजय नदी की गहराई में समा चुका था।

पुलिस ने शव बरामद कर कराया पोस्टमार्टम

सूचना मिलते ही सारणी पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा बनाकर शव को बाहर निकाला। संजय के शव को घोड़ाडोंगरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिवार के लोग शव को लेकर भोपाल रवाना हो गए।

ट्रैवल एजेंसी चलाता था मृतक, पिता गृह विभाग में चालक

संजय इवनाती भोपाल के बैरागढ़ इलाके में ट्रैवल एजेंसी चलाता था। उनके पिता अरुण इवनाती सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद मध्य प्रदेश गृह विभाग में चालक के पद पर कार्यरत हैं। पिता ने ही बेटे के व्यवसाय के लिए उसे कार दिलवाई थी, जिससे वह ट्रैवल एजेंसी का संचालन करता था। संजय अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, और इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।

शादी की खुशियां मातम में बदलीं

जहां एक ओर छिंदवाड़ा में संजय की भांजी की शादी की तैयारियां चल रही थीं, वहीं इस खबर ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। शादी की खुशियां पलभर में मातम में तब्दील हो गईं। मां पार्वती बाई का रो-रोकर बुरा हाल है। बेटे को अपनी आंखों के सामने दम तोड़ते देखना उनके लिए असहनीय पीड़ा बन गया।

यह हादसा एक बार फिर से यह सोचने को मजबूर करता है कि प्राकृतिक जल स्रोतों में बिना सतर्कता के उतरना जानलेवा हो सकता है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इस तरह के हादसों से बचने के लिए सावधानी बरतें।

 


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